गणपति के हर रूप की अपनी महिमा
गणपति के हर रूप की महिमा का अपना अलग महत्व है, क्योंकि देवी देवताओं में सबसे अनोखा रूप अगर किसी देव का है तो वो गणपति ही हैं। गणपति जी की उपासना से अलग-अलग मनोकामना पूर्ति के वरदान पाए जा सकते हैं। श्रीगणेश की आराधना शुभ फलदायी होती है। श्रीगणेश की पूजा बुधवार को अगर की जाए तो गणपति शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।
गणपति देंगे महावरदान-
बुधवार का दिन भगवन गणेश और और बुध ग्रह से संबंध रखता है।
इस दिन भगवन गणेश और बुध ग्रह की विशेष उपासना से हर मनोकामना पूरी की जा सकती है।
बुधवार के दिन उपाय करते समय श्रद्धा और विश्वास बनाए रखें और उपाय के दिनों में पूर्ण सात्विक रहें।
भगवान गणेश और बुध ग्रह की पूजा की कुल सामग्रियों को खरीद कर घर के पूजा स्थान में रखें।
गणपति और बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए रोली, मोली, चावल, धूप, दीप, मोदक, हरी दूर्वा लें।
गणपति स्तोत्र की पुस्तक, जल का पात्र, लाल या पीला आसन आदि रखें।
भगवान गणेश और बुध ग्रह को सरल पूजा विधि और सरल से मंत्रों से आसानी से मनाया जा सकता है.
मनचाहे विवाह के लिए उपाय-
शुक्लपक्ष के बुधवार को शाम के समय भगवान गणेश का शुद्ध सिन्दूर से श्रृंगार करें।
उन्हें पीले रंग के वस्त्र और 11 पीले फूल तथा 11 मोदक अर्पित करें। साथ ही शुद्ध घी का दीया जलाएं।
अब एक पीले आसन पर बैठकर ॐ विघ्नहर्त्रे नमः का 3 माला जाप करें और पूरी पूजा में मन को शांत रखें।
इसके बाद उस पीले वस्त्र को संभालकर अपने पास रख लें।
संतान प्राप्ति के महाउपाय
बुधवार को सुबह के समय भगवान गणेश को लाल फलों की माला अर्पित करें।
अब लाल आसन पर बैठकर पूर्वदिशा में मुंह करके संतान गणपति स्तोत्र का पाठ करें।
ॐ उमापुत्राय नमः का 108 बार जाप करें।
अर्पित किए हुये फलों की माला के फल बच्चों में बांट दें।
ऐसा लगातार करते रहें जब तक आपका कार्य सिद्ध ना हो।
कार्य सिद्ध हो जाने पर गणपति को 108 लड्डुओं का भोग लगाएं और जरूरतमंद बच्चों में बांट दें।
मनोकामना पूर्ति के लिए ये उपाय करें-
बुधवार की सुबह स्नान करके भगवान गणेश को लाल गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें।
इसके बाद लाल फल, लाल वस्त्र तथा ताम्बे का एक सिक्का भी अर्पित करें।
ॐ सर्वसौख्यप्रदाय नमः मन्त्र का 5 माला लाल चन्दन या रुद्राक्ष की माला से जाप करें।
लाल वस्त्र में सिक्का बांधकर अपने पास रख लें।
अपने मकान बनाने की इच्छा भगवान गणेश के सामने जरूर कहें।
ये उपाय लगातार तीन मंगलवार पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें।
इसा प्रकार करें पूजा
रोज सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें।
श्री गणेश को पांच दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें।
दुर्वा श्री गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए।
श्रीगणेश के चरणों में दुर्वा कभी ना रखें।
दुर्वा अर्पित करते समय मंत्र बोलें।
ये मंत्र है इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नम:
ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूरी होगी।
शीघ्र प्रसन्न होंगे गणपति-
श्री गणेश को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर भी तिलक लगाएं।
इससे गणेश जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
इससे आर्थिक क्षेत्र में आने वाली परेशानी दूर होगी।